कैसे करें बृहस्पति को शुभः--
1. बृहस्पतिवार का व्रत करना चाहिये।
2. पुखराज, कांसा, सोना, चने की दाल, खांड, घी, पीला फूल, पीला कपड़ा, हल्दी, पुस्तक, घोड़ा, भूमि तथा पीले फल का दान करना चाहिये।
3. ऊँ ऐं क्लीं बृहस्पतये नमः का जप कम से कम 19000 बार अवष्य करना चाहिये।
4. बृहस्पतिवार की संध्या काल मे 05 से 06 रत्ती का पुखराज अथवा उपरत्न सुनहला, प्रतिष्ठित कराकर धारण करने से अशुभ बृहस्पति का प्रभाव कम होता है।
5. . बृहस्पति जी वृद्धिदायक ग्रह है विद्या, सन्तान, धर्म आदि की वृद्धि के लिये बृहस्पति जी शुभ रहना अति अनिवार्य है।
6. ऊँ ग्रां ग्रीं ग्रौं सः गुरुवे नमः मन्त्र का जप भी 19000 की संख्या मे कर सकते हैं।
पं0 आनन्द अवस्थी:
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